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Monday, June 6, 2011

होना ही था




यह तो होना ही था।
तुझको तो खोना ही था।

मेरा ख्वाब थीं तुम लेकिन,
ख्वाब, ख्वाब होना ही था।

सौंप दिया तुझको सब कुछ,
दिल को रोना ही था।

मैंने कहा नहीं इश्क, तुझको
मुहब्बत कहां होना ही था।

बिछडऩे की सजा मेरे हिस्से,
तुझको बरी होना ही था।

रविकुमार सिंह
http://babulgwalior.blogspot.com/

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