यह तो होना ही था।
तुझको तो खोना ही था।
मेरा ख्वाब थीं तुम लेकिन,
ख्वाब, ख्वाब होना ही था।
सौंप दिया तुझको सब कुछ,
दिल को रोना ही था।
मैंने कहा नहीं इश्क, तुझको
मुहब्बत कहां होना ही था।
बिछडऩे की सजा मेरे हिस्से,
तुझको बरी होना ही था।
रविकुमार सिंह
http://babulgwalior.blogspot.com/
ye to hona hi tha... bhut khubsurat rachna...
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