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Tuesday, March 6, 2012

यू तो अक्सर खाव्बो में तुम मुझसे मिलने आती हों पर कभी कभी दुःख होता है जब तुम साथ नहीं होती

यू तो अक्सर खाव्बो में तुम मुझसे मिलने आती हों 
पर कभी कभी दुःख होता है जब तुम साथ नहीं होती 
सोच के थोडा हँसता हू मै जो बाते तुमसे करता हू 
पर एक तुम्ही तो हों जिससे मै सारी बाते कर लेता हू
पर बहुत मुश्किल शयद तुमको खाव्बो से बाहर ला पाना 
पर तुम भी तो जिद्दी हों थोड़े से झगडे में इतना गुस्सा हों जाती हों 
सब कहते है तुम पागल हों वो मात्र एक कल्पना है 
मै कैसे उनको समझाऊ की तुम एक हकीकत लगती हों 
;मनी;इतना तो तय है जब हम साथ साथ होते है 
एक अजीब सी ताकत हिम्मत अपने आप आ जाती है 
वादा करो तुम आओगी फिर हम होली संग संग खेलेंगे ;HAPPY HOLI;
--------------------------------मनीष शुक्ल 

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