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Wednesday, December 14, 2011

आंसू की कीमत


किसी  ने  आंसू  की  कीमत  ना  पहचानी,
जब मन  में  सैलाब  उठा ,बह चला  आँखों  से  पानी!
गालों  पे  धुलाकता  रहा,दुनिया की निगाहों से छुपता रहा,    
गालों पे सुख के चल पड़ा राह अनजानी!
किसी ने  मोती मन तो किसी ने पानी ,
पर ना ये  मोती है  और  ना ही  पानी !
सुनी सब के मुहं ये  कहानी ,आंसू तो एक अनमोल प्राणी
किसी  ने  आंसू  की  कीमत  ना  पहचानी!

4 comments:

  1. बहुत ही खुबसूरत और कोमल भावो की अभिवयक्ति......

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  2. khubsurat rachna.....abhivaykti.....

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  3. बहुत सच्चे और अच्छे भाव ....सुंदर

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