हिंदी की जय बोल |मन की गांठे खोल ||विश्व-हाट में शीघ्र-बाजे बम-बम ढोल |सरस-सरलतम-मधुरिमजैसे चाहे तोल |जो भी सीखे हिंदी-घूमे वो भू-गोल |उन्नति गर चाहे बन्दा-ले जाये बिन मोल ||हिंदी की जय बोल |हिंदी की जय बोल
हिंदी दिवस पर आप को हार्दिक शुभकामनायें|
हिन्दी न आना गर्व की बात हो और अंग्रेजी में हाथ तंग शर्म कीअपनी भाषा का यह हाल है,यही विडम्बना है मेरे हिन्दुस्तान की........सभी हिन्दी प्रेमियों को हिंदी दिवस की ढेरों शुभकामनायें!!
Sanjay ji hindi ko badhawa dene ke liye samaj ko apna najariya badlana hoga. kewal khanapurti se kuchh nahi hoga.
हिंदी की जय बोल |
ReplyDeleteमन की गांठे खोल ||
विश्व-हाट में शीघ्र-
बाजे बम-बम ढोल |
सरस-सरलतम-मधुरिम
जैसे चाहे तोल |
जो भी सीखे हिंदी-
घूमे वो भू-गोल |
उन्नति गर चाहे बन्दा-
ले जाये बिन मोल ||
हिंदी की जय बोल |
हिंदी की जय बोल
हिंदी दिवस पर आप को हार्दिक शुभकामनायें|
ReplyDeleteहिन्दी न आना गर्व की बात हो और अंग्रेजी में हाथ तंग शर्म की
ReplyDeleteअपनी भाषा का यह हाल है,यही विडम्बना है मेरे हिन्दुस्तान की........
सभी हिन्दी प्रेमियों को हिंदी दिवस की ढेरों शुभकामनायें!!
Sanjay ji hindi ko badhawa dene ke liye samaj ko apna najariya badlana hoga. kewal khanapurti se kuchh nahi hoga.
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