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Thursday, April 11, 2013

मनी' बहुत काम है कैसे मैनेज कर रहे हो तुम , मुश्किल रास्ता है पर कैसे कैसे चल रहे हो तुम



मनी' बहुत काम है कैसे मैनेज कर रहे हो तुम 
मुश्किल रास्ता है पर कैसे कैसे चल रहे हो तुम 


न कोई गुस्सा, न इरीटेसन, न फिजूल की बाते है  
ताजुब है और दिन पे दिन कैसे सुलझ रहे हो तुम 

इन दिनों न उसूल न कोई गजल न पॉलिटिक्स  
कुछ बताओ,सिर्फ सादे सादे कैसे रह रहे हो तु

कुछ तो है जो बदला हुआ इन दिनों, है न 
मानना पड़ेगा ये सब कैसे कर रहे हो तुम 
=======================मनीष शुक्ल 

3 comments:

  1. आपका आभार आशीष जी

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  2. बहुत बढ़िया,
    बड़ी खूबसूरती से कही अपनी बात आपने.....

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