माँ माँ माँ माँ माँ,,,,,,,,कोई भी काम हों,,,, माँ ,,,,और वाकई हम भारतवासियों के लिए ये बड़ी गर्व की बात है की हमें माँ का प्यार जीवन पर्यंत मिलता है कितना प्यारा नाम है न ,,,,,,माँ,,,, हर बच्चा सबसे पहले एक ह ही नाम लेता है,,, माँ,,, जिसमे कोई भी किरदार ढूढ़ सकते हों जबकि उसे कुछ नहीं सिखाया जाता पर उसे सब आता है वो हमारे लिए व्रत रखती है हमें जीवन भर खुश रखने के सारे प्रयास करती है कितनी अजीब बात है न की अगर हमें किसी पार्टी में जाना हों तो सबसे पहले वो हमारे बारे में सोचती है और हम भी अपने लिए ही जिद करते है कभी नहीं सोचते की माँ के पास क्या है उसे क्या चाहिए एक बार मैंने सोचा ही की वो समझ गयी मुस्कुरायी ,,,,,,,,आखिर माँ है न सब जानती है ,,,,,,,,,,कुछ यू बोली मेरे लाडले तुम बहुत प्यारे हों पर अब मुझे इन सब चीजो की क्या जरूरत है
मेरी सारी शोभा तो तुमसे है तुम आगे बढ़ो तभी लगा,,,, माँ,,,,,,,सिर्फ माँ ,,,,,कहने के लिए नहीं होती ,,,,,माँ,,,,,,, के अन्दर जो ममता स्नेह है वो सारे संसार में कोई और नहीं दे सकता .
माँ तो सिर्फ माँ होती है...... .माँ तुझे सलाम...
ReplyDeleteबहुत बेहतरीन व प्रभावपूर्ण रचना....
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है।