Thursday, December 6, 2012
मजा तो अब है बात करने का , हम कुछ न कहते वो सब जान जाते
लब जो बंद रहते है उन्हें खोलो जरा
जो बात आँखों से कहते है लबो में पिरो द जरा
हम निगाहें की भाषा पढ़ नहीं पाते
चुपके से मेरे कानो में कुछ कह दो जरा
इन्तजार लगता है उनका सदियों से जादा
मिलना उनका लगे खुशीयों से जादा
अब तो बस बन जाये वो मेरे हम सफ़र
देदे ए खुदा मुझे मेरे सपनो से जादा
दिल की बातो को वो जान जाते
कैसे जीते है उनके बिन जान जाते
मजा तो अब है बात करने का
हम कुछ न कहते वो सब जान जाते
.........ABHI
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