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Tuesday, August 14, 2012

मनी' कैसे समझाऊ उन्हें कुछ समझ नहीं आता, समझदार है सिर्फ न समझने का शौक रखते है

मनी' अजीब है वो मोहब्बत का शौक रखते है 
दिल अपनाने का नहीं लगाने का शौक रखते है 

इश्क प्यार मोहब्बत इसका कुछ भी नहीं पता 
बस दिल चीज है चीज को तोड़ने शौक रखते है 

इश्क इबादत है प्यार आत्मा मोहब्बत मंजिल है 
पावन है ए शब्द और वो पालने का शौक रखते है  

मनी' कैसे समझाऊ उन्हें कुछ समझ नहीं आता 
समझदार है सिर्फ न समझने का शौक रखते है 

अजीब जिन्दगी जीते है वो अजीब शौक रखते 
लोगो से मिलने का नहीं खेलने का शौक रखते है 
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----मनीष शुक्ल 


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