अगर आप भी इस मंच पर कवितायेँ प्रस्तुत करना चाहते हैं तो इस पते पर संपर्क करें... edit.kavitabazi@gmail.com

Sunday, October 7, 2012

Life is Just a Life: देश अपना मर रहा है Desh Apna Mar raha hai

Life is Just a Life: देश अपना मर रहा है Desh Apna Mar raha hai: चल रही शब्दों  की  कोशिश , अर्थ  देखो डर रहा है , तुम मगर  समझे न समझे , देश अपना मर रहा है। कुछ कार्टूनों की नजर में , संविधान सड़...

No comments:

Post a Comment