Saturday, June 30, 2012
Life is Just a Life: राहों के पत्थर Rahon ke Patthar
Life is Just a Life: राहों के पत्थर Rahon ke Patthar: बूँद बना जीवन चंचल है , कैद सीप में मोती तन्हा। बस बादल जीवित होता है, सीप भला जिंदा होती है ? जिसका स्वप्न न हो उड़ने का, जिसको ...
Tuesday, June 26, 2012
Life is Just a Life: तुम बिन Tum Bin
Life is Just a Life: तुम बिन Tum Bin: तुम बिन आँसू पानी से हैं , अखियाँ हैं अब सूखा पोखर, तुम बिन राहें बड़ी कठिन हैं, कैसे जीतूँ तुम बिन होकर । तुम बिन नींद न ...
Friday, June 22, 2012
Life is Just a Life: लाचार आसमान
Life is Just a Life: लाचार आसमान: बेहतर है आसमां का दर्द भी कोई समझे , बादलों की आवारगी कब तक सहेगा वो ? कब तक नंगी आँखों से देखता रहेगा , मरती हुई प्यास ...
Thursday, June 21, 2012
Life is Just a Life: एक नया भारत रच दे, भारत मेरे Ek naya Bharat rach d...
Life is Just a Life: एक नया भारत रच दे, भारत मेरे Ek naya Bharat rach d...: अब एक नया भारत रच दे, भारत मेरे। जब रातों की तानाशाही में , सूरज आने से घबराता हो , दीप हो गए बुझे चिराग , फि...
Monday, June 18, 2012
Life is Just a Life: हम ही बन जाएँ भागीरथ Ham hi ban jayein Bhageerath
Life is Just a Life: हम ही बन जाएँ भागीरथ Ham hi ban jayein Bhageerath: जीवन दीप लिए कुछ पुत्र, बढ़े पूजन को , माँ की टूटी मूरत । निष्प्राण देश , सुप्त यौवन, असहाय नेतृत्व , दिशाहीन अभिमत । ग...
Life is Just a Life: धुंधला सा अंतर Dhundhla sa Antar
Life is Just a Life: धुंधला सा अंतर Dhundhla sa Antar: धुंधली गत और आँसू धुंधले , धुंधली चाहत के सपने धुंधले , धुंधले मौसम के किस्से धुंधले , सबके जागीरों में हिस्से धुंधले, सच आखिर...
Sunday, June 17, 2012
Life is Just a Life: राष्ट्र की जिजीविषा Rashtra Ki Jijivisha
Life is Just a Life: राष्ट्र की जिजीविषा Rashtra Ki Jijivisha: भ्रमित देश शूद्र वेश , दुर्दशा भी क्या है शेष , किन गुणों की साधना में , व्यस्त शौर्य का प्रदेश , शक्ति भूल भिक्षु बन , दैन्यता...
मनी'छूट जाये न उनके खाव्बो का कोई हिस्सा हमसे, हम इतनी ताकत लगा के उन खाव्बो को मुकाम करेंगे
हम जब भी कुछ करेंगे तो उनका नाम करेंगे
जिन्होंने दिया जन्म न उनको कभी बदनाम करेंगे
पला पोषा और ऊँगली पकड़ के चलना सिखाया
के हम जब भी चलेंगे उनके नाम चलेंगे
जुड़ा है उनका नाम जो मेरे नाम के साथ
इसके लिए हम इश्वर को भी प्रणाम करेंगे
मनी'छूट जाये न उनके खाव्बो का कोई हिस्सा हमसे
हम इतनी ताकत लगा के उन खाव्बो को मुकाम करेंगे
माँ बाप को जो भूला तो उसने जीवन भूला दिया
मनी'हम तो मरकर भी उनके चरणों की धुल बनेगे
-------------------------------------मनीष शुक्ल
Saturday, June 16, 2012
Life is Just a Life: धुंधला सा अंतर Dhundhla sa Antar
Life is Just a Life: धुंधला सा अंतर Dhundhla sa Antar: धुंधली गत और आँसू धुंधले , धुंधली चाहत के सपने धुंधले , धुंधले मौसम के किस्से धुंधले , सबके जागीरों में हिस्से धुंधले, सच आखिर...
Life is Just a Life: पालतू जुगनू Paltu Jugnu
Life is Just a Life: पालतू जुगनू Paltu Jugnu: देशधर्म क्या होता है, ये हिन्दू मुस्लिम क्या जाने ? जिसने देहरी पार न की, मौसम की रंगत क्या जाने ? जिनको नींद नहीं मिलती है, भूख...
Life is Just a Life: सूखी आँखें Sookhi Ankhein
Life is Just a Life: सूखी आँखें Sookhi Ankhein: सपने टूटे, फिर बिखर गए , आँसू जेहन में, ठहर गए , कुछ गिरे मगर नाकाफी थे , जो गिरे न जाने किधर गए ? खुशियाँ बीमार मिलीं मुझको ...
Wednesday, June 13, 2012
कुछ बातें छोड़ आयी हूँ
आज मैं यादें छोड़ आयी हूँ
कुछ बातें छोड़ आयी हूँ
कुछ खट्टी कुछ मीठी
मुलाक़ातें छोड़ आयी हूँ
चार साल का अनुभव
और वो हँसी मज़ाक़
साथ ले अपने
कुछ पहलुओं को
कुछ वादों को छोड़ आयी हूँ
कुछ बातें छोड़ आयी हूँ
क्या कहूँ क्या दोस्त बने
किसी ने हँसकर पीठ थपथपाई
तो किसी ने पीठ पीछे
मुँह फेरकर जीभ फिराई
पहचान तो गयी रंग भाव
हर एक शख़्स का
उन रंग भाव के मैं
कुछ कसक छोड़ आयी हूँ
शायद कुछ असर छोड़ आयी हूँ
कुछ बातें छोड़ आयी हूँ
कुछ को साथ रखने की
हरदम ख़वाहिश है तो
कुछ की कड़वी बातें झेल आयी हूँ
कुछ बातें छोड़ आयी हूँ
कुछ बातें बुरी लगी किसी की
तो चुप रहना बेहतर समझा
जो चार साल में नहीं बदला
उसे बदलने की चाह छोड़ आयी हूँ
कुछ बातें छोड़ आयी हूँ
बेहतर तो नहीं कह सकती
अपने हर साल को
गुज़र गया हर लम्हा
रोते गाते हँसते..
बहुत कुछ सोचा था पर
अपने अहसासों के दरमियान
तमन्नाओं के आईने में
धुँधली तस्वीरें छोड़ आयी हूँ
कुछ बातें छोड़ आयी हूँ ।
© दीप्ति शर्मा
किसी ने हँसकर पीठ थपथपाई
तो किसी ने पीठ पीछे
मुँह फेरकर जीभ फिराई
पहचान तो गयी रंग भाव
हर एक शख़्स का
उन रंग भाव के मैं
कुछ कसक छोड़ आयी हूँ
शायद कुछ असर छोड़ आयी हूँ
कुछ बातें छोड़ आयी हूँ
कुछ को साथ रखने की
हरदम ख़वाहिश है तो
कुछ की कड़वी बातें झेल आयी हूँ
कुछ बातें छोड़ आयी हूँ
कुछ बातें बुरी लगी किसी की
तो चुप रहना बेहतर समझा
जो चार साल में नहीं बदला
उसे बदलने की चाह छोड़ आयी हूँ
कुछ बातें छोड़ आयी हूँ
बेहतर तो नहीं कह सकती
अपने हर साल को
गुज़र गया हर लम्हा
रोते गाते हँसते..
बहुत कुछ सोचा था पर
अपने अहसासों के दरमियान
तमन्नाओं के आईने में
धुँधली तस्वीरें छोड़ आयी हूँ
कुछ बातें छोड़ आयी हूँ ।
© दीप्ति शर्मा
Wednesday, June 6, 2012
गर जिन्दगी है तो जिन्दगी का साथ होना चाहिए मनी' गर आप है तो आपका एहसास होना चाहिए
गर जिन्दगी है तो जिन्दगी का साथ होना चाहिए
मनी' गर आप है तो आपका एहसास होना चाहिए
अगर वाकई मोहब्बत से कभी कोई रिश्ता रहा है
तय है कही न कही इसका इतिहास होना चाहिए
मुझसे धोखे की उम्मीद कभी मत रखना वादा रहा
वादा करो मेरे विश्वास संग तेरा विश्वास होना चाहिए
जैसे जिन्दगी जीते है हम तुम आजकल
वादा करो रिश्ता ऐसे ही ख़ास होना चाहिए
गर कभी खफा हों जाये हम एक दूजे से
तो उसका हर हाल में आभास होना चाहिए
------------------------------ -------मनीष शुक्ल
मनी' गर आप है तो आपका एहसास होना चाहिए
अगर वाकई मोहब्बत से कभी कोई रिश्ता रहा है
तय है कही न कही इसका इतिहास होना चाहिए
मुझसे धोखे की उम्मीद कभी मत रखना वादा रहा
वादा करो मेरे विश्वास संग तेरा विश्वास होना चाहिए
जैसे जिन्दगी जीते है हम तुम आजकल
वादा करो रिश्ता ऐसे ही ख़ास होना चाहिए
गर कभी खफा हों जाये हम एक दूजे से
तो उसका हर हाल में आभास होना चाहिए
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Friday, June 1, 2012
ये ज़माने वाले जीने नहीं देंगे आपको , जो प्यार का इकरार कर लिया आपने
ये कैसा गुनाह कर लिया आपने
क्यों यू ही प्यार कर लिया आपने
इक सलाह के तौर पर बता दिया आपको
जो ख़ाम खा दिलदार कर लिया आपने
ये ज़माने वाले जीने नहीं देंगे आपको
जो प्यार का इकरार कर लिया आपने
अजीब सोचते होगे न मेरे बारे में आप
पर डरता हू कि ये क्या सोच लिया आपने
यकीं मानो मोहब्बत खतरनाक सफ़र कराती है
'मनी' क्यों बस मंजिल को देख लिया आपने
---------------------------------------मनीष शुक्ल
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