....................प्रिय सचिन तेंदुलकर को समर्पित
देखते ही देखते ये सफ़र पूरा हो गया
खेल खेल ही रहा Sachin Tendulkar भगवान् हो गया
वाह ऐसा खेल खेला हम सब ना भूल पाएंगे
तुम से ही होगा शुरू तुम पे ख़त्म पायेंगे
स्टीवा हो या ओलंगा या हो अख्तर
अब सब के सब चैन से सो पायेंगे
खेल तुमने जो भी खेला मुझको सब अच्छा लगा
फैन है जितने तुम्हारे शायद किसी के बन न पायंगे
मनी' इतने सरल इतनी सज्जनता शायद हि अब मिल पाए
गायत्री रेड्डी द्वारा बनाया गया
खेल खेल ही रहा Sachin Tendulkar भगवान् हो गया
वाह ऐसा खेल खेला हम सब ना भूल पाएंगे
तुम से ही होगा शुरू तुम पे ख़त्म पायेंगे
स्टीवा हो या ओलंगा या हो अख्तर
अब सब के सब चैन से सो पायेंगे
खेल तुमने जो भी खेला मुझको सब अच्छा लगा
फैन है जितने तुम्हारे शायद किसी के बन न पायंगे
मनी' इतने सरल इतनी सज्जनता शायद हि अब मिल पाए
गायत्री रेड्डी द्वारा बनाया गया