अगर आप भी इस मंच पर कवितायेँ प्रस्तुत करना चाहते हैं तो इस पते पर संपर्क करें... edit.kavitabazi@gmail.com

Tuesday, January 18, 2011

हम रहे या ना रहे.....


हम तेरे साथ चलेंगे ,
तू चले या न चले ,
तेरा हर दर्द सहेंगे ,
तू कहे न कहे ,
तेरी परछाई बन के रहेंगे ,
तू माने या ना माने ,
हम चाहते है की ,
आप सदा खुश रहे दोस्त
हम रहे या ना रहे !


...................संजय भास्कर

2 comments:

  1. अच्छी कविता लिखी है ,,,,,,,,संजय जी

    ReplyDelete